क्या अब नई शिक्षा नीति के अंतर्गत खत्म होगा JEE Main और NEET पैटर्न, क्या अब CUET से इंजीनियरिंग और मेडिकल में एडमिशन
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यूजीसी के वर्तमान अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने शुक्रवार (Date-12/Aujust/2022) को कहा कि जेईई मेन (JEE Main) और नीट (NEET) को सीयूईटी (CUET) के अंतर्गत लाने पर विचार किया जा रहा है, जिसके जरिए छात्रों पर मल्टिपल एंटरेंस एग्जाम के पड़ने वाले बोझ को कम किया जा सके.
नई दिल्ली: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) अगले शैक्षणिक वर्ष (2023-24) से इंजीनियरिंग (JEE) और मेडिकल (NEET) को कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट प्रवेश परीक्षा(CUET) के साथ मिलाने की योजना बना रहा है.
यूजीसी इस वक्त उन तरीकों का पता लगाने की कोशिश कर रहा है, जिसके जरिए वो इस परीक्षा को सफलतापूर्वक आयोजित कर सकें. इसलिए CUET इस विषय में विशेषज्ञों की यूजीसी के वर्तमान अध्यक्ष एम जगदीश कुमार की अध्यक्षता में एक समिति बनाने की तैयारी कर रहा है.
नई दिल्ली के मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यूजीसी के वर्तमान अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने शुक्रवार (12-08-2022) को कहा कि जेईई मेन (JEE Main) और नीट (NEET) को सीयूईटी (CUET) के अंतर्गत लाने पर विचार किया जा रहा है, जिसके जरिए छात्रों पर मल्टिपल एंटरेंस एग्जाम के पड़ने वाले बोझ को कम किया जा सके. उन्हेंने बताया कि यह विचार पूरी तरह से राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 (New Education Policy-2020) के अनुरूप है. बता दें कि जेईई मेन (JEE Main) का आयोजन देश भर के प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए किया जाता है. वहीं देश भर के सभी स्नातक चिकित्सा कार्यक्रमों (MBBS/BDS/BHMS/BEMS/BUMS etc ) में प्रवेश के लिए नीट (NEET) की परीक्षा आयोजित की जाती है.
यूजीसी अध्यक्ष ने कहा कि Common University Entrance Test-UG (CUET UG) का आयोजन 2023-24 से साल में दो बार किया जा सकता है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट को इस तरह से डिजाइन किया जाना चाहिए, जिससे छात्रों को मल्टिपल एंटरेंस एग्जाम में बैठने की आवश्यकता ना पड़े.
यूजीसी अध्यक्ष ने आगे कहा कि "सीयूईटी के शुरू होने के बाद अब देश भर में कुल तीन प्रमुख प्रवेश परीक्षाएं हैं, जिसमें (i)
Common University Entrance Test (CUET) (ii) NATIONAL
ELIGIBILITY CUM ENTRANCE TEST (NEET) (iii) Joint Entrance Examination (JEE) शामिल हैं. इसमें से भी ज्यादातर छात्र कम से कम दो परीक्षाएं देते हैं, और कई तो तीनों परीक्षाओं के लिए उपस्थित होते हैं. NEET में छात्रों के पास BIOLOGY, PHYSICS और CHEMISTRY होती है तो JEE में छात्रों के पास MATH’S, PHYSICS और CHEMISTRY होती है. ऐसे में दो विषय(PHYSICS / CHEMISTRY) यहां भी कॉमन ही होते हैं, जिन्हें विभिन्न विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए सीयूईटी में भी उपयोग किया जाता है. इसलिए हम छात्रों के लिए मल्टिपल एंटरेंस एग्जाम के बजाय सिंगल एंट्रेंस एग्जाम के आयोजन पर विचार कर रहे हैं.
हालांकि, यूजीसी प्रमुख ने यह स्पष्ट किया है कि इस विचार को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है, और वह यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि छात्रों के लिए न्यू कॉमन एंट्रेंस टेस्ट शुरू होने से पहले नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) और सभी संबंधित हितधारक अच्छी तरह से इसके लिए तैयार हो जाएं. उन होंने बताया कि इसके लिए सबसे पहले, यूजीसी एक विशेषज्ञ समिति बनाएगी, जो मौजूदा प्रवेश परीक्षा प्रक्रियाओं की जांच करेगी. "वे एक इंटिग्रेटिड सीयूईटी (Integrated CUET) की संभावना को भी देखेंगे, जिसके लिए कई एक्सपर्ट्स और छात्रों द्वारा सुझाव दिए जाएंगे. फिर, इन सुझावों को की प्रतिक्रिया के लिए रखा जाएगा, और प्रतिक्रिया के आधार पर ही इस विचार को अंतिम रूप दिया जाएगा की
क्यों ना अब नई शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत जेईईमेन और NEET के पैटर्न को खत्म किया जाए और इनकी एक कॉमन परीक्षा CUET से ली जाए
